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हम और हमारे बच्चे देव शास्त्र गुरु के प्रति आस्था बनाए रखें तभी हमारा जीवन सफल होगा,

स्कूली शिक्षा के साथ आज बच्चों को धर्म और संस्कृति की शिक्षा से भी संस्कारित करना होगा, ,,गरिमा दीदी,,

हम और हमारे बच्चे देव शास्त्र गुरु के प्रति आस्था बनाए रखें तभी हमारा जीवन सफल होगा,

स्कूली शिक्षा के साथ आज बच्चों को धर्म और संस्कृति की शिक्षा से भी संस्कारित करना होगा, ,,गरिमा दीदी,,

खंडवा ।। आज के इस आधुनिक युग में मोबाइल जैसे छोटे खिलौने ने बच्चों से लेकर बड़ों तक को अपने खेल में लगा रखा है, आज की हमारी दिनचर्या 7 से 8 घंटे मोबाइल में ही व्यस्त हो रही है, बड़ों के साथ बच्चे भी आज इस मोबाइल में उलझे हुए हैं और अपने जीवन को बर्बादी की ओर अग्रसर कर रहे हैं, बड़े यदि कुछ समय मोबाइल छोड़ेंगे तभी हम छोटों को मोबाइल से दूर कर सकते हैं, यह उदगार खंडवा जैन धर्मशाला में चल रहे बाल संस्कार शिक्षण एवं श्रावक श्राविका का तत्व ज्ञान शिविर को संबोधित करते हुए गरिमा दीदी ने व्यक्त किए, दीदी ने कहा कि हमारे परिवार को खुशहाल बनाने के लिए आज आवश्यकता है कि हम हमारे बच्चों को अच्छी स्कूली शिक्षा के साथ धर्म और संस्कृति की शिक्षा से भी संस्कारित करें ताकि उनका और परिवार का जीवन सुखमय बना रहे, जैन धर्म में बहुत कुछ सीखने को है ध्यान पूर्वक देव शास्त्र गुरु के प्रति अपनी आस्था रखते हुए कुछ समय धर्म के लिए भी निकाले, बड़ों और बच्चों को धर्म की शिक्षा का अध्ययन कराते हुए दीदी ने कहा कि कीडा कपडो को कुतर लेता है वैसे ही ईर्ष्या हमे कुतर लेती है, हम हमेशा दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने मे लगे रहते है । कभी स्वयं से प्रतिस्पर्धा नही करते की हम कल क्या थे, आज क्या है कल क्या होंगे । हम हमेशा दूसरे के सुख को देखकर जलन भावना रखते हुए दुखी होते हैं, इस बात को जानते हुए भी अनभिज्ञ बने रहना चाहते है की संसार मै हम अकेले आये थे, अकेले जायेगे हमारा सुख दुख हमारे साथ जाएगा दूसरों के साथ नहीं,
“आप अकेला अवतरे मरे अकेला होय यूभऊ इस जीव को साथी सगा न कोय”
इस भावना को जानते हुए भी हम संसार के मोह माया के चक्र में उलझे हुए हम ग्रहस्थ हे, हम पूर्ण रूप से त्याग की भावना में समर्थ नहीं है पर कोशिश करके हम उचित त्याग अवश्य कर सकते हैं, जिससे हमारा जीवन सार्थक हो जाए, समाज के सचिव सुनील जैन ने बताया कि खंडेलवाल सरावगी दिगंबर जैन पंचायत द्वारा त्रिशला पाठशाला, नवकार संस्कार पाठशाला के सहयोग से 20 मार्च से 30 मार्च तक संस्कार शिविर का आयोजन राजस्थान सांगानेर से पधारी प्रशिक्षित गरिमा, आयुषी, साक्षी, देवासी दीदी द्वारा समाज के बच्चों के साथ ही बड़ों को भी धर्म की शिक्षा प्रदान की जा रही है, उत्साह के साथ बच्चे एवं महिलाएं धर्म की शिक्षा का लाभ ले रहे हैं, आयोजित शिविर में समाज के अध्यक्ष दिलीप पहाड़िया, सचिव सुनील जैन मनीष जैन सराफ,भरत छाबड़ा, रोहन सेठी प्रीति लोहाडिया,माला गदिया,वर्षा सेठी,शिल्पी गंगवाल, टीन छाबड़ा अर्पिता रावका का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है।

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